कुरुक्षेत्र : October. 17. 2020।। हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के वाईस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि अनलॉक के तहत सरकार द्वारा बहुत रियायते दी जा रही है। इसके तहत धीरे-धीरे धार्मिक व तीर्थ स्थलों को भी खोला जा रहा है और जारी हिदायतों की पालना के साथ श्रद्घालुओं को भी धार्मिक स्थलों पर पूजा-पाठ की अनुमति दी गई है। इसी कड़ी में लगभग मार्च महीने से बंद पड़ी ब्रहमसरोवर के सांध्यकालीन महाआरती कार्यक्रम को फिर से शुरु कर दिया गया है। इस सांध्यकालीन महाआरती कार्यक्रम से ब्रहमसरोवर की फिजा फिर से भक्तिमय हो गई है और शंखों व वाद्य यंत्रों से निकली धुनों ने पूरे वातावरण को भक्तिरस में सराबोर करने का काम किया है।
वाईस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमच ने शनिवार को देर सायं पुरुषोतमपुरा बाग में आरती स्थल पर ब्रहमसरोवर की महाआरती कार्यक्रम में भाग लेने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के वाईस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमच, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर सहित अन्य गणमान्य लोगों ने नवरात्र के शुभ अवसर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा कोरोना वायरय के संक्रमण से मरने वाले लोगों आत्मा की शांति कि लिए प्रार्थना भी की है। वाईस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि सरकार द्वारा अनलॉक के तहत जारी की गई एसओपी के अनुसार ब्रहमसरोवर की धार्मिक मान्यता को देखते हुए नवरात्र के शुभ अवसर पर ब्रहमसरोवर की महाआरती को फिर से शुरु किया गया है और सामाजिक दूरियों व मास्क पहनने के नियमों की पालना करते हुए पर्यटकों को सीमित मात्रा में इस महाआरती में शामिल किया गया।
उन्होंने कहा कि ब्रहमसरोवर का बहुत ही पौराणिक महत्व है, इस तीर्थ में सूर्यग्रहण व अन्य अवसरों पर स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसलिए श्रद्घालुओं की श्रद्घा को ध्यान में रखते हुए ब्रहमसरोवर महाआरती को दोबारा शुरु किया गया है। अब फिर से पर्यटक व श्रद्घालु प्रतिदिन ब्रहमसरोवर के तट पर सांध्यकालीन महाआरती कार्यक्रम में भाग ले सकेंगे। ब्रहमसरोवर के तट पर फिर से गीता के श्लाकों व मंत्रौच्चारण से वातावरण गुंजायमान होगा। महाआरती के दौरान सभी को सोशल डिस्टैंसिंग, मास्क पहनने जैसी हिदायतों की पालना करनी होगी ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा उन्हे जो जिम्मेवारी सौंपी गई है, उसका निर्वहन करते हुए सरस्वती नदी को फिर से धरातल पर लाने के लिए ईमानदारी से काम करेंगे। सरस्वती तीर्थ को ओर सुंदर बनाने के लिए नई परियोजनाओं पर काम किया जाएगा।
केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि श्रद्घालुओं और पर्यटकों की आस्था को ध्यान में रखते हुए ब्रहमसरोवर की सांध्यकालीन महाआरती को फिर से शुरु कर दिया गया है। अब प्रतिदिन श्रद्घालु आरती कर सकेंगे और स्पेशल आरती के लिए आनलाईन बुकिंग को भी जल्द शुरु कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ज्योतिसर तीर्थ पर भी लाईट एंड साउंड शो को जल्द शुरु कर दिया जाएगा और श्रद्घालु और पर्यटक फिर से इस शो का आनंद ले सकेंगे।