वार्ड 20 की प्रह्लादपुरी कॉलोनी के लोगों को लंबे समय से विकास कार्यों का इंतजार है। यहां छह सड़कें बनाई जानी हैं। सीवरेज संबंधी कार्य हाेने हैं। निगम मेयर मदन चौहान यहां दौरा कर जल्द कार्य शुरू होने का भरोसा दे चुके हैं। अभी तक कोई कार्य शुरू नहीं हुआ। जिससे यहां के लाेगों में निगम की कार्यप्रणाली के प्रति रोष है। काॅलोनी निवासी विकास, राहुल, रोहित, संजीव कुमार, कुसुम का कहना है कि जब से कॉलोनी को वैधता की मोहर लगी है, यहां विकास कार्य शुरू तक नहीं हुए हैं।
वैधता की श्रेणी में शामिल होने के बाद बची छह गलियों में विकास के नाम पर एक ईंट तक प्रशासन की ओर से नहीं लगाई गई। सीवरेज होने से गली में पानी जमा हो जाता है। इससे अच्छे तो पहले थी। वैध होने से पहले कम से कम काम तो रहे थे। उक्त लोगों ने बताया कि निगम में उच्चाधिकारियों से मिलने के बाद भी कार्य ने रफ्तार नहीं पकड़ी है। मेयर से मिले थे। प्रशासन से मांग है कि जो बची गली हैं, उनमें सीवरेज लाइन डालने के साथ गली पक्की की जाए। इससे यहां पानी जमा नहीं रहेगा।
कॉलोनी के लोगों ने बताया कि कई साल पहले सीवरेज पानी और नाली की व्यवस्था कर दी थी। मगर अब यह कॉलोनी नियमित हो चुकी है। इसका कुछ हिस्सा जिसमें 5 गलियां जो नियमित होने के बाद भी सीवरेज पानी व नालियों व पक्की सड़क के लिए इंतजार कर रही हैं। निर्माण की राह देख रही गलियों में किसी की नजर नहीं पड़ रही है। लोगों का ये भी कहना है कि गुहार लगाने के बाद कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
उनको लगता है कि कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। ऐसा नहीं है कि निगम में नहीं गए थे। निगम के बड़े अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से मिल चुके हैं। फिर भी कोई कार्य शुरू नहीं हुआ। अगर कहीं कोई तालमेल होता था लोगों को सभी पक्की गलियों की सौगात मिल गई होती। अगर दो तीन दिन में कोई अधिकारी नहीं आया तो फिर से प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
बरसात होने पर बढ़ जाती है दिक्कत
थोड़ी सी बरसात होने से गलियों में पानी भर जाता है। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। काम वाले अपने काम नहीं जा सकते। घरों का पानी नाली न होने के कारण गलियों में इकट्ठा होता रहता है, जिसमें मच्छर पनपते हैं। बीमारियां होने का खतरा रहता है, यहां के लोगों ने विभाग से सीवरेज पानी के कनेक्शन तो ले रखे हैं, लेकिन सीवरेज की व्यवस्था नहीं है गलियां कच्ची हैं। आने जाने वालों को इतनी समस्या का सामना करना पड़ता है।
महेंद्र, अरुण का कहना है कि जब विकास कार्य धीमी गति से होने थे। ऐसे में वैधता मिलने का कोई लाभ यहां के लोगों को नहीं मिला है। उनकी प्रशासन से मांग है कि इस तरफ गौर की जाए जिससे ये समस्या खत्म हो जाए। मेयर मदन चौहान का कहना है कि वैध हुई कॉलोनियों में गलियां व नालियों के टेंडर लगाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द लोगों को अपनी कॉलोनियों में बदलाव देखने को मिलेगा।