हरियाणा के पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा का मंगलवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने 104 साल की उम्र में हिसार के जिंदल अस्पताल में मंगलवार सुबह 3 बजे अंतिम सांस ली। बीमार होने के बाद 2 दिन से उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था।
सादगीपूर्ण जीवन जीने वाले कर्म सिंह डांगरा को पूरे क्षेत्र में ईमानदार नेता के रूप में जाना जाता था। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव डांगरा में दोपहर 3 बजे किया जाएगा।
कर्म सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1960 में फतेहाबाद जिले के डांगरा गांव का सरपंच बनकर की थी। उन्होंने करीब 48 साल पहले 1977 में फतेहाबाद जिले की टोहाना विधानसभा सीट से जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता।
1982 में वे जनता पार्टी के हिसार जिलाध्यक्ष बने। देवीलाल के आह्वान पर रास्ता रोको आंदोलन में जेल भी गए। हरियाणा खादी बोर्ड के चेयरमैन के रूप में भी उन्होंने सेवाएं दीं।


तीन बेटों के पिता थे पूर्व विधायक कर्म सिंह डांगरा के 3 बेटे हैं, जिनमें मनफूल सिंह, भाल सिंह और बलवान सिंह हैं। इनमें भाल सिंह हांसी में रहते हैं। कर्म सिंह डांगरा फिलहाल हांसी में ही रह रहे थे। मनफूल सिंह का पहले निधन हो चुका है। बलवान सिंह फतेहाबाद रह रहे हैं।
न्याय युद्ध में दिल्ली तक पैदल यात्रा में गए
1977 से 1982 तक चौ. देवीलाल की जनता पार्टी से हलका टोहाना से चुनाव लड़ा और विधायक चुने गए। 1977 में सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक हिसार के चेयरमैन नियुक्त किए गए। 1982 में चौ देवीलाल की पार्टी के जिला हिसार के पार्टी प्रधान रहे। 1986 में चौ. देवीलाल के आह्वान पर रास्ता रोको आंदोलन में जेल भी गए।
1986 में देवीलाल के आह्वान पर न्याय युद्ध में दिल्ली तक पैदल यात्रा में गए। 1989 से 1991 तक पार्टी के स्टेट कार्यकारिणी के सदस्य रहे I 1987-88 में हरियाणा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन नियुक्त किए गए। इसी प्रकार 1988 से 1991 तक मार्केट कमेटी टोहाना के चेयरमैन रहे।
1988 से 1992 तक नेशनल सीड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के डायरेक्टर रहे। वे 1992 से 1995 तक पार्टी के जिला हिसार के कार्यकारिणी सदस्य रहे। कर्म सिंह डांगरा फिलहाल में 1997 से अब तक इनेलो के स्टेट कार्यकारिणी के सदस्य थे।