हरियाणा के करनाल जिले की विजिलेंस टीम 5 लाख की रिश्वत लेते पकड़े डीटीपी विक्रम सिंह के बयान पर गिरफ्तार तहसीलदार राजबक्श को आज कोर्ट में पेश करेगी। मंगलवार को कोर्ट से राजबक्श का एक दिन का रिमांड हासिल हुआ था।
करनाल में विजिलेंस टीम ने 5 लाख की रिश्वत लेते पकड़े डीटीपी विक्रम सिंह के बयान पर पकड़े तहसीलदार राजबक्श को आज कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सरकारी वकील की दलील सुनने के बाद 5 दिन का पुलिस रिमांड दिया है।
अब दोबारा 21 मार्च को कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोरोना के बाद होली का त्योहार पहली बार मन रहा है। इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह और उल्लास है। डीटीपी विक्रम सिंह और तहसीलदार राजबक्श विजिलेंस रिमांड के दौरान ही होली को सेलिब्रेट करेंगे। डीटीपी विक्रम सिंह से कैश में खरीदी दो गाड़ियां बरामद करवाने के लिए 3 दिन के रिमांड पर चल रहे हैं।
कोर्ट में सरकारी वकील सचिन ने बताया कि तहसीलदार राजबक्श के पास 2 मकान हैं इनमें से 1 मकान राजबक्श की बेटी के नाम है और दूसरा मकान तहसीलदार की पत्नी के नाम पर है। इसके अलावा 40 लाख रुपए नकदी हैं। 80 हजार रुपये मिले हैं। इनके दो मकान रतिया हैं। जिनके कागजात भी रतिया में ही हैं। इसके अलावा फरीदाबाद में जमीन है।
फरीदाबाद की जमीन के कागजात तहसीलदार के फ्रेंड के पास हैं। सामने आया कि तहसीलदार राजबक्श क्लर्क के माध्यम से पैसे को लेता था। एक जगह जेड-ब्लैक के नाम से तहसीलदार के पास है। तहसील में 15 डीड राइटर व 3 जेई के नाम बताए हैं, जो पैसे देकर रजिस्ट्री करवाने में दलाल का काम करते हैं।
पहले डीटीपी फिर तहसीलदार हुए गिरफ्तार
विजिलेंस करनाल के इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि विजिलेंस ने 11 मार्च को डीटीपी को 5 लाख रु. की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था। उसके ड्राइवर को 5 हजार रु. के साथ पकड़ा था। अब इस भ्रष्टाचार में तहसीलदार राजबक्श से तार जुड़े हैं।
आरोपी डीटीपी के करनाल स्थित घर से जो 78 लाख 34 हजार रुपए की रिकवरी हुई थी, उसमें से 14 लाख 50 हजार रुपए की रिश्वत तहसीलदार राजबक्श ने दी हुई थी। इसके एवज में डीटीपी से रजिस्ट्री करने के लिए एनओसी ली गई थी।