हरियाणा के अंबाला जिले के 434 गांव लंपी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। सबसे ज्यादा अंबाला कैंट और बराड़ा एरिया में हालात बिगड़ रहे हैं। इन दोनों ब्लॉक में दूसरों के मुकाबले सबसे ज्यादा पशु लंपी वायरस की चपेट में आए हैं।
इसका कारण जिला यमुनानगर में बेकाबू हुआ लंपी वायरस बताया जा रहा है। आंकड़ों की बात करें तो कैंट में 1057 तथा बराड़ा एरिया में 1008 पशु संक्रमित मिले हैं। पशुपालन विभाग ने शनिवार को 5 हजार पशुओं को सुरक्षा कवच पहनाया है।
जानिए किस एरिया में क्या स्थिति
पशुपालन विभाग ने जिले में अभी तक 3656 पशुओं को लंपी वायरस की पुष्टि की है, इनमें से 1456 रिकवर हो चुके हैं। विभाग के आंकड़ों के अनुसार, अंबाला सिटी के 119 गांव लंपी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। यहां अभी तक 521 पशु लंपी संक्रमित मिले और 320 रिकवर हुए। अंबाला कैंट के 103 गांव में 1057 पशु संक्रमित मिले।
हालांकि इनमें से 308 रिकवर हो चुके हैं। बराड़ा के 93 गांव में 1008 केस सामने आए हैं, इनमें से 390 रिकवर हुए। नारायाणगढ़ के 127 गांव से 561 पशु संक्रमित मिले और 210 रिकवर हुए हैं। नारायाणगढ़ एरिया में एक गाय की लंपी वायरस से मौत हुई है, लेकिन विभाग ने पुष्टि नहीं की है।
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विभाग को 20 हजार डोज का इंतजार
बढ़ते संक्रमण के बीच पशुपालन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की छुटि्टयां रद्द कर दी हैं। 32 वेटरनरी सर्जन व 60 VLD फिल्ड में उतरे हुए हैं। शनिवार को जिलेभर में 5 हजार पशुओं को वैक्सीनेट किया गया है, लेकिन विभाग ने 20 हजार डोज की डिमांड की है।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. प्रेम सिंह ने बताया कि लंपी वायरस को कंट्रोल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। जैसे-जैसे वैक्सीन उपलब्ध होगी पशुओं को सुरक्षा कवच पहनाया जा रहा है। बताया कि लंपी वायरस ज्यादा जानलेवा नहीं है। पशु तेजी से रिकवर हो रहे हैं।