पर्यावरण मित्र फाउंडेशन द्वारा नेहरू युवा केंद्र, तेज्ली खेल परिसर, यमुनानगर मेँ पर्यावरण बचाओ संगोष्ठी 2020 का आयोजन किया गया. जिसमें विभिन्न पर्यावरण प्रेमियों ने भाग लिया. मंच का संचलन डॉ. उदय भान सिंह द्वारा किया गया.
सर्वप्रथम त्रिवेणी वृक्ष (पीपल, बड़, नीम) लगाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. जिला खेल अधिकारी राजिंदर गुप्ता व रेड क्रॉस सचिव रणदीप सिंह जी मुख्य रूप से उपस्थित रहें.
पर्यावरणविद डॉ. बी. मदन मोहन ने क़हा की ग्लेशियर के पिघलने की वजह बढ़ता प्रदूषण हैं. धार्मिक जगहों पर कम से कम लोगों को जाने दिया जाएं ताकि उन स्थलों पर प्रदूषण कम किया जा सके.
पर्यावरणविद डॉ. के. आर. भारद्वाज ने क़हा की हरियाणा मेँ पेड़ों की कटाई पर रोक लगानी चाहिए जो की विकास के नाम पर एन जी टी के नियमों का उल्लंघन करके किया जा रहा हैं.
पर्यावरणविद डॉ. भाटिया ने क़हा की फलों के बीज खाली स्थानों पर फेंक देने मात्र से ही पेड़ उग जाएंगे औऱ पिछले 15-20 वर्षों पर लगातार इस काम को वो कर रहें हैं.
पर्यावरणविद डॉ. अमरजीत सिंह ने बताया की यमुना मेँ गिर रहा गंदा पानी तुरंत प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए. जन्मदिन, शादी की सालगिरह आदि पर पौधा भेंट स्वरूप दे ताकि लोगों को प्रेरणा मिले.
सिंचाई विभाग के एक्स ई एन हरदेव काम्बोज ने बताया की सभी को पानी की बूंद बूंद बचानी चाहिए व यमुना व अन्य नदियों के पानी को आचमन योग्य बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना होगा.
समाजसेवी प्रदीप अग्रवाल ने क़हा की इस तरह की संगोष्ठियों का आयोजन हर माह होना चाहिए व सभी को ऐसे आयोजनों मेँ बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए. प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग कम से कम किया जाना चाहिए.
पर्यावरण मित्र फाउंडेशन की महिला विंग अध्यक्षा अंजलि सिंघल ने क़हा की पूजा मेँ उपयोग हुऐ सामान को यमुना या किसी भी नदी मेँ प्रवाहित ना करके नदी किनारे गड्ढ़ा खोद कर दबा देना चाहिए व उसमें गाय का गोबर डाल देना चाहिए ताकि कुछ समय बाद वो खाद बन जाएं. इस सामान मेँ से प्लास्टिक निकाल लेनि चाहिए व उसे डस्टबिन मेँ डाल देना चाहिए.
डॉ. रमेश शाश्त्री, प्राचार्य, राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, जगाधरी जो की बाबा रामदेव जी के सहपाठी भी हैं, उन्होने क़हा की बारिश मेँ मेंढ़क का भी महत्व हैं. इसी तरह पर्यावरण पर पशु पक्षियों का भी पूरा हक हैं व मनुष्य को कम से कम प्रकृति का दोहन करना चाहिए.
पर्यावरण मित्र फाउंडेशन के अध्यक्ष चिराग सिंघल ने संगोष्ठी मेँ आये सभी पर्यावरणविद, समाजसेवी संगठनों, समाजसेवियों का धन्यवाद करते हुऐ क़हा की पर्यावरण को बचाने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा तभी कार्य सफ़ल हों पाएगा.
इस अवसर पर समाजसेवी गुरमीत अत्रि, शिवानी सिंघल, कृति, शिवकांत मंगला, सीमा शर्मा, दिलबाग सिंह, फाउंडर डाइरेक्टर मयंक गर्ग, पण्डित प्रिंस शर्मा, संजीव शर्मा, गुरमीत चावला उर्फ़ जूनियर जसपाल भट्टी, विजय बंसल, आड्वोकेट् अकन्श मेन्दिरत्ता, अभिमन्यु सैनी, संयम जैन, दीपक कुमार, सहज दुग्गल, विक्की, राहुल, पूजा आदि उपस्थित रहें.