वेडिंग इंश्योरेंस में पॉलिसी खरीदने वाले को कुल वेडिंग के बजट का 1 से 1.5 प्रतिशत चुकाना पड़ता है. अगर आपकी शादी 20 लाख रुपये की है तो आपको इंश्योरेंस प्रीमियम के रूप में 30 हजार रुपये चुकाने होंगे.
कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से भारत समेत पूरी दुनिया में शादी-ब्याह के तरीकों में भी काफी बदलाव आए. बहुत से लोगों ने भारत में दूसरी और तीसरी लहर के दौरान अपनी शादी कैंसिल कर दी. शादी से ठीक पहले इस तरह के फैसले के कारण लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ. ऐसे में लोगों की मदद करने के लिए और इस तरह की परेशानी को दूर करने के लिए बीमा कंपनियों ने शादी का बीमा यानी Wedding Insurance फैसिलिटी की शुरुआत की है. इसमें शादी में हुए किसी तरह के नुकसान जैसे शादी कैंसिल होने की स्थिति में, सामान चोरी होने पर, किसी तरह की दुर्घटना होने पर बीमा कंपनी पॉलिसीधारक के नुकसान की भरपाई करके देती है.
वेडिंग इंश्योरेंस क्या है?
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 1 से 1.5 करोड़ शादियां होती है. इसके साथ ही देश में हर साल 3.71 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं इन शादियों पर. लोग शादियों में दिल खोलकर पैसे खर्च करते हैं. महीनों पहले बैंड बाजे, शादी का वेन्यू, शॉपिंग आदि सभी तैयारियां होती है. ऐसे में अहम वक्त में शादी कैंसिल हो जाए तो लोगों को लाखों कभी-कभी करोड़ों रुपये का नुकसान हो जाता है. ऐसे में इस तरह की परेशानी और इमरजेंसी की स्थिति में वेडिंग इंश्योरेंस बहुत काम आता है. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि अभी भारत में वेडिंग इंश्योरेंस का चलन अभी बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन, आने वाले समय में यह भारत में बहुत फेमस होने वाला है.
देना होगा इतना प्रीमियम
आपको बता दें कि वेडिंग इंश्योरेंस में पॉलिसी खरीदने वाले को कुल वेडिंग के बजट का 1 से 1.5 प्रतिशत चुकाना पड़ता है. अगर आपकी शादी 20 लाख रुपये की है तो आपको इंश्योरेंस प्रीमियम के रूप में 30 हजार रुपये चुकाने होंगे. इसके बाद किसी तरह की इमरजेंसी की स्थिति में आपको नुकसान भरपाई मिल जाएगी.
यह कंपनी देती है वेडिंग इंश्योरेंस की सुविधा
देश में कई कंपनी वेडिंग इंश्योरेंस की सुविधा ग्राहकों को दे रही है. इसमें बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस, फ्यूचर जनराली, HDFC Agro, ICICI लोम्बार्ड आदि जैसे कई इंश्योरेंस कंपनियां हैं जो लोगों को वेडिंग इंश्योरेंस की सुविधा देती है.