आरओबी निर्माण के लिए पुराना रादौर रोड फाटक से लगते तीनों रास्ते पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने बंद कर दिए। ऐसा होते ही फाटक का ट्रैफिक डायवर्ट होकर हमेशा व्यस्त रहने वाले चांदपुर बाईपास या गांधी नगर फाटक पर आ गया। इन दो रास्तों समेत इन पर लगते लिंक मार्गो पर बढ़ते वाहनों के दबाव में बार-बार जाम लग रहा है, जीत बीच फंसे वाहन चालकों के निकलने में 15 से 20 मिनट जाया हो रहे हैं। यहां जाम से निजात दिलाने के बजाय जिम्मेदार ट्रैफिक थाना के कर्मी व होमगार्ड चौकों पर ही ट्रैफिक कंट्रोल करने में सीमित है। बता दें कि आरओबी का काम पीडब्ल्यूडी बी एंडआर रेलवे को मिलकर करना है। ब्रिज का निर्माण रेलवे को रेल ट्रैक पर करीब 150 तक करना है जबकि, पीडब्ल्यूडी को दोनों और करीब 300-300 फुट ब्रिज का निर्माण करना है।इसके लिए साइट पर पाइल टेस्टिंग हुई ,ताकि पता चले कि यहां मिट्टी गहराई तक आरओबी का लोड सहन करने योग्य है या नहीं। टेस्टिंग के मानको पर साइट उपयुक्त मिली तो पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने यहां आरओबी का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए फाटक से लगते तीनों रास्ते (सहारनपुर- कुरुक्षेत्र हाईवे, पुराना रादौर रोड औद्योगिक क्षेत्र) खोद पीडब्ल्यूडी बीएंडआर ने रोड बंद के बोर्ड लगा दिए। जिससे हाईवे से शहर व इंडस्ट्रियल एरिया में आने जाने वाले भारी सहित हल्के वाहन चांदपुर बाईपास से आने-जाने लगे हैं। इससे चांदपुर बाईपास पर जाम के हालात बन रहे हैं। जिसे देख महाराणा प्रताप चौक से कुरुक्षेत्र की ओर जाने वाले वाहन चालक चांदपुर बाईपास के बजाय चांदपुर से गांधीनगर फाटक के रास्ते जाने लगे हैं। इससे गांधीनगर पाठक के रास्ते मे भी जाम की स्थिति बन रही है।