हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10 में पास होने वाले सभी बच्चों को बधाई, हरियाणा सरकार ने कोवीड-19 कोरोना वायरस के मद्देनजर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10 वी कक्षा में पास होने वाले विद्यार्थियों के हित में एक अहम निर्णय लिया है कि पास होने वाले जो विद्यार्थी प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 11वी कक्षा में दाखिला लेना चाहते हैं, अगर वे संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल को व्हाट्सएप पर अपना परीक्षा-परिणाम और आवश्यक डाक्यूमेंट्स भेज देंगे तो उनका दाखिला हो जाएगा। यह शब्द शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहे।
हरियाणा सरकार में कैबिनेट शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि सरकारी विद्यालयों में फिलहाल विद्यार्थियों को सम्बंधित सरकारी स्कूल की फीस जमा करवाने की आवश्यकता नही है, हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने बताया कि राज्य सरकार ने यह निर्णय भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंस रखने के लिए लिया है, पास होने वाले विद्यार्थियों को स्कूल भी नही आना पड़ेगा और घर बैठे-बैठे उनका 11वीं कक्षा में एडमिशन हो जाएगा। सरकार ने यह फैसला कोविड के कारण बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया है।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा का अच्छा परीक्षा- परिणाम आने पर सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी बधाई दी। उन्होंने बताया कि इस बार सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम पिछले साल की तुलना में करीब 10 प्रतिशत बढ़ा है। यमुनानगर और पंचकूला जिला के सरकारी स्कूलों का परिणाम तो प्राइवेट विद्यालयों से भी बेहतर रहा है। इस बार रेगुलर विद्यार्थियों की पास प्रतिशतता 64.59 प्रतिशत रही है, जबकि वर्ष 2019 में 57.39 प्रतिशत, वर्ष 2018 में 51.15 प्रतिशत, वर्ष 2017 में 50.49 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि कोवीड-19 कोरोना वायरस के कारण 10वीं की विज्ञान की परीक्षा नहीं हो पाई, जबकि 4 विषयों की परीक्षा हो चुकी थी। इन 4 विषयों में से जिन 3 विषयों में विद्यार्थी के अंक अच्छे थे उनके औसत के आधार पर विज्ञान के अंक जोडक़र रिजल्ट निकाला गया है ,पिछले 4 वर्षों से सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम में लगातार सुधार हो रहा है। इसके लिए उन्होंने अध्यापकों को बधाई दी और कहा कि कोवीड-19 का खतरा अभी टला नही है, आप लोग अपने परिवार का ध्यान रखते हुए बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई पर ध्यान दें। अपनी-अपनी कक्षा के बच्चों के रेगुलर टच में रहें, पढ़ाई के अलावा बच्चों को मनोवैज्ञानिक तौर पर भी मजबूती दें। जरूरत पड़े तो उनकी कॉउंसलिंग करें।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने टॉप करने वाले सभी बच्चों को बहुत-बहुत बधाई देते हुए कहा कि फेल होने वाले तथा कंपार्टमेंट वाले विद्यार्थियों को हताश होने की बजाय मन मे ये संकल्प लेना चाहिए कि वे अगली बार अधिक मेहनत करेंगे तथा अच्छे नम्बरों से पास होंगे।