5750 हड़ताली कर्मचारियों पर कारवाई की तैयारी
रोडवेज विभाग के हड़ताली कर्मचारियों पर अब सरकार एक्शन की तैयारी में है। पहली बार परिवहन विभाग ने हड़ताल में शामिल कर्मचारियों का नाम सहित हाजिरी का रिकॉर्ड जुटाया है, जबकि पहले परिवहन विभाग केवल हड़ताल पर गए कर्मचारियों की संख्या पूछता था। हड़ताली कर्मचारियों की दो दिन के वेतन काटने की तैयारी है। अंबाला के 270, भिवानी 500, चंडीगढ़ 20, चरखी दादरी 600, दिल्ली 30, फरीदाबाद 350, फतेहाबाद 431, गुरुग्राम 175, हिसार 700, जींद 350, झज्जर 25, कुरुक्षेत्र 300, नारनौंद 45, कैथल 130, करनाल 80, नूंह 20, पंचकूला 144, पानीपत 350, पलवल 130, रोहतक 500, रेवाड़ी 350, यमुनानगर 250 कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कुल 5750 कर्मचारी हड़ताल पर रहे।
5 जिलों में सबसे ज्यादा असर
प्रदेश में सबसे ज्यादा असर चरखी दादरी, सिरसा, फरीदाबाद, पलवल और हिसार में रहा। हड़ताल के पहले दिन दोपहर 12 बजे तक इन डिपो पर नाम मात्र की बसें ही चलीं। फरीदाबाद में 12 बजे तक 80 बसें चलती हैं, परंतु केवल 5 ही बसें चली। वहीं चरखी दादरी में 116 बसों में से केवल 16 बसें ही चलीं। पलवल में 90 में से 37 बसें चलीं। इसी प्रकार से सिरसा में 137 बसों में से 16 बसें ही चल पाईं। हिसार में 120 में से 30 बसें ही चल पाईं। कुल मिलाकर प्रदेश में हड़ताल के पहले दिन 12 बजे तक 2164 बसों में से 1333 बसें ही चली थीं।