World Health Day 2022। आमतौर पर यह माना जाता है कि मीट खाने से शरीर को समुचित मात्रा में प्रोटीन मिलता है और इसके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। मांस में विटामिन के साथ साथ अन्य पोषक तत्व भी काफी मात्रा में पाए जाते हैं, लेकिन मीट खाने के सेहत को कुछ गंभीर नुकसान भी हो सकते हैं। मांस के सबसे अधिक दुष्प्रभावों के रूप में कैंसर और दिल से संबंधित रोग देखने में आते हैं। दुनियाभर में मांस खाने वाले लोगों पर की शोध किए गए हैं और इन रिसर्च से पता चला है कि जो लोग मांस का ज्यादा सेवन करते हैं, ऐसे लोगों में डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की आशंका ज्यादा होती है।
रेड मीट का सेवन ज्यादा नुकसानदायक
मांस के सेवन से कोलेस्ट्रॉल की समस्या और हृदय रोग भी काफी आम हैं, जो लोग नियमित रूप से रेड मीट खाते हैं तो उन्हें कोलोरेक्टल कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है। अगर आप यदि मांस खाना छोड़ दें तो इन गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने 15 अध्ययनों की समीक्षा में पाया है कि शाकाहारी भोजन शरीर के वजन को संतुलित रखता है। प्लांट बेड डाइट का पालन करने वालों ने उन्हें लगभग 10 पाउंड वजन कम करने में मदद की, वहीं मांस खाने वालों लोगों के इसका कोई असर नहीं देखने को मिला।
मीट नहीं खाएंगे तो कम होगा कोलेस्ट्रॉल
आंतों को नहीं करनी पड़ती ज्यादा मेहनत
यदि आप मांस का सेवन नहीं करते हैं तो आंतों की कार्यप्रणाली पर ज्यादा भार नहीं आता है। मांस नहीं खाने पर पेट से जुड़े कई रोगों से बचा जा सकता है। पेट और आंतों को स्वस्थ रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।
मधुमेह का खतरा भी कम
रेड और प्रोसेस्ड मीट को टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा ज्यादा रहता है। एक शोध में पता चला है कि एक दिन में आधा रेड मीट खाने से बीमारी होने की संभावना 48 फीसदी बढ़ जाती है। इसके अलावा प्रोसेस्ड और रेड मीट दोनों में संतृप्त वसा की मात्रा अधिक होती है और इससे सूजन हो सकती है। कैंसर और अन्य बीमारियां होने की संभावना बढ़ सकती है। प्रोसेस्ड मीट में बेकन, डेली मीट और हॉट डॉग शामिल हैं। लाल मांस में गोमांस, सूअर का मांस और भेड़ का बच्चा शामिल है।