छठ महापर्व:अधूरे इंतजाम के बीच अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे व्रती

आज छठ महापर्व है। यमुना किनारे घाटों पर मनाए जाने वाले त्योहार को लेकर इस बार प्रशासनिक स्तर पर इंतजाम अधूरे रह गए। पर्याप्त रोशन न होने से अंधेरे में व्रती अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देंगे। बाडी माजरा, दड़वा घाट, दशमेश कॉलोनी स्थित घाट व जम्मू कॉलोनी के घाट साफ नहीं हुए तो श्रद्धालुओं ने अपने स्तर पर सफाई की। इन घाटों पर डेढ़ लाख के करीब श्रद्धालु पहुंचते हैं। पूजा के लिए वेदियों पूजा स्थल को साफ किया।

निगम सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते कूड़ा उठान नहीं हो पाया ताे उसमें आग लगा दी। जिससे चारों ओर धुआं फैल गया। बता दें कि छठ महापर्व को लेकर श्रद्धालु 36 घंटे का व्रत रखते हैं। रविवार आज शाम को व्रती अस्ताचलगामी यानी डूबते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देंगे। अब सूर्य जल्दी अस्त हो जाते हैं। यहां लगे बिजली निगम के पोल पर नगर निगम की ओर से 40 से अधिक एलईडी लगाई गई हैं। इनमें से एक दो ही जलती हैं। बाकी बंद हैं।

छठ पर्व पर रोशनी की जरूरत ज्यादा होती है। निगम ने समय से बंद लाइटों को दुरुस्त नहीं कराया। इस पर पूर्वांचल के लोगाें ने अपने स्तर पर बिजली की व्यवस्था की। इन लोगों ने आपस में चंदा इकट्ठा कर यमुना पटरी पर रोशनी के लिए बिजली की एलईडी वाली लड़ियां लगाई।

बाडीमाजरा पुल के पास हाेती है सबसे ज्यादा भीड़
बाडीमाजरा पुल के नजदीक सबसे ज्यादा भीड़ रहती है। पूर्वांचल सभा की ओर से होने वाला मुख्य कार्यक्रम पुल के नजदीक होता है। अब यहां नया पुल बन कर तैयार हो चुका है, लेकिन पुराना पुल भी चला रखा है। इससे भी लोग होकर निकलते हैं। यह तंग है। जाम लग जाता है। प्रशासन अगर इस तरफ गौर कर पुराने की बजाए नए पुल से ही आने-जाने की परमिशन दे तो जाम की स्थिति नहीं रहेगी। वहीं, निगम कर्मियों की हड़ताल के चलते सिंचाई विभाग की ओर से यमुना किनारे बने घाटों की सफाई कराई गई। एक्सईएन विनोद कुमार, एसडीओ रूबन गर्ग, जेई सौरभ कुमार ने कर्मियों से सफाई कराई। यहां 45 कर्मियों को लगाकर झाड़ियों को कटवाया।

यमुना किनारे वेदी के पास नहीं कराई सफाई
यमुना किनारे बनाई गई वेदी के नजदीक सफाई नहीं कराई गई। यहां पूजा स्थल की सफाई कर रहे संगीता व अमरनाथ ने बताया कि हर साल तो निगम के कर्मी कई दिन पहले यमुना किनारों पर नजर आते थे। सफाई भी ठीक होती थी। इस बार कोई कर्मी दिखाई नहीं दिया। एक दो नहीं लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। कल शाम को पूजा करनी है। इसलिए खुद ही सूखे घास, अन्य गंदगी को साफ किया। सूखे घास व कूड़े काे आग लगानी पड़ी।

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत हाेगा पूरा
31 अक्टूबर को उदीयमान यानी उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठ व्रत का समापन हो जाएगा। कोरोना की वजह से इस बार दो साल बाद पूरे उल्लास से छठ मनाया जाएगा। छठ को लेकर बाजार के साथ ही घाटों तक पर चहल-पहल नजर आई। श्रद्धालुओं ने बाजार से फल, फूलों, खाली टोकरियों की खरीदारी की। सिंघाड़े के साथ गन्ना, सीताफल, नारियल की अच्छी मांग रही। निगम मेयर मदन चौहान का कहना है कि स्ट्रीट लाइट चेक कराते हैं। अगर कोई खराब मिलती ताे उसे बदलवाया जाएगा। प्रयास रहेगा कि श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

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