यमुनानगर में स्थापित 600 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता वाले दीनबंधु सर छोटूराम थर्मल पावर प्लांट में 800 मेगावाट की एक नई यूनिट स्थापित की जानी है। यह घोषणा मुख्यमंत्री पहले ही कर चुके हैं। इस यूनिट की स्थापना के लिए काफी तेजी से काम चल रहा है। थर्मल प्लांट परिसर में ही इसके लिए भूमि का चयन किया जा चुका है। इस यूनिट की स्थापना के बाद थर्मल प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता 1400 मेगावाट हो जाएगी। प्रोजेक्ट के बारे में थर्मल के चीफ इंजीनियर एसके सचदेवा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट को अलग टीम देख रही है।
वह इस बारे में जानकारी नहीं दे सकते। इस प्रोजेक्ट के लिए शक्तिभवन में अलग से अधिकारियों की टीम बनाई गई है, ताकि थर्मल के अंदर का काम प्रभावित न हो। वही टीम पूरे मामले की बार-बार दौरा कर मॉनिटरिंग कर रही है। थर्मल के सूत्रों ने बताया कि पेपर वर्क काफी हद तक पूरा हो चुका है। अब कंसल्टेंट की नियुक्ति होगी और प्रारंभिक वर्क के लिए टेंडर किए जाएंगे। वहीं यूनिट के लिए सामान किन कंपनियों से लिया जाएगा, इस पर फैसला होगा। इस कार्य में अभी काफी समय लग सकता है। इस यूनिट की स्थापना से जहां प्रदेश में बिजली की कमी को काफी हद तक कंट्रोल करने में मदद मिलेगी तो वहीं काफी संख्या में युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
कोयले की खपत बढ़ेगी: करीब छह सौ एकड़ में बने दीनबंधु सर छोटूरराम थर्मल पावर प्लांट यमुनानगर में अभी 300-300 मेगावाट की दो यूनिट बिजली का उत्पादन कर रहीं हैं। इन्हें चलाने के लिए करीब डेढ़ मालगाड़ी कोयले की हर दिन जरूरत होती है। वहीं नई 800 मेगावाट की यूनिट लगने से यह खपत दो गुना हो जाएगी। इसी के हिसाब से पानी की खपत भी बढ़ेगी।
पीवी नरसिम्हा राव ने रखी थी आधारशिला| देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने मार्च-1993 में फरीदाबाद से रिमोट कंट्रोल के माध्यम से इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। इसके बाद वर्ष-2004 में भी तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास किया था, लेकिन प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आ सका और कागजों तक रहा।
इस प्रोजेक्ट को वर्ष 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गति प्रदान की। 2005-2008 तक तीन वर्षों में इसे विकसित किया गया। प्लांट में चाइना की मशीनरी होने से शुरुआत में इंजीनियरों को काफी परेशानी आई। क्योंकि इसकी ड्राइंग आदि विदेशी भाषा में थीं। बाद में हमारे इंजीनियरों ने कड़ी मेहनत कर इसे अपने हिसाब से तैयार कर लिया।