शहर में नगर निगम के फर्जी कर्मचारी बनकर रेहड़ी वालों से ठगी

सेनेटरी इंस्पेक्टर पर लगाए आरोप झूठे व बे‌बुनियाद, आरोप लगाने वालों पर भी होगी कार्रवाई

– खुद को निगम कर्मी बताकर रेहड़ी वालों की पर्ची काटने के शक में पकड़े लोगों का मामला

– पकड़े गए कर्मचारी ने सेनेटरी इंस्पेक्टर पर लगाए थे जातिसूचक शब्द बोलने के आरोप

यमुनानगर।

नगर निगम मेयर मदन चौहान व उप निगम आयुक्त विनोद नेहरा ने सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज पर लगे जातिसूचक शब्द बोलने के आरोपों को बेबुनियाद व गलत बताया है। उनका कहना है कि शहर में नगर निगम के फर्जी कर्मचारी बनकर रेहड़ी वालों से ठगी करने की शिकायतें कई दिन पहले से मिल रही थी। इन्हीं शिकायतों के मद्देनजर सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज ने 25 मार्च को भी उच्चाधिकारियों के निर्देशों पर निगम कर्मियों व होमगार्ड के जवानों के साथ दबिश देकर झंडा चौक के पास से दो लोगों को पकड़ा था। उन लोगों के साथ कोई अभद्र व्यवहार नहीं किया गया था। सभी के समक्ष कुर्सी पर बिठाकर जांच की गई थी। जांच में वे खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण एवं खाद्य सुरक्षा प्रमाणिकता अधिनियम अर्थात एफएसएसएआई एक्ट के तहत प्रशिक्षण देने वाले पाए गए थे। लेकिन बाद में उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज पर नीचे बिठाकर प्रताड़ित करने, जातिसूचक शब्द बोलने व मारपीट करने समेत कई आरोप लगाए थे। जो बेबुनियाद, झूठे व गलत है। क्योंकि दबिश के दौरान सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज को न तो उनकी जाति का पता था और न ही उनके समुदाय का। इसलिए जातिसूचक शब्द बोलने की तो बात ही नहीं हो सकती। इसकी पूरी तरह जांच करवाई जाएगी। झूठे आरोप लगाने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करवाई जाएगी।

बता दें कि 25 मार्च को नगर निगम अधिकारियों को सूचना मिली थी कि कुछ लोग खुद को नगर निगम कर्मचारी बताकर रेहड़ी संचालकों से लाइसेंस बनाने के नाम पर्ची काट रहे है। इसी एवज पर वे रेहड़ी वालों से रुपये भी ले रहे है। इस सूचना पर उप निगम आयुक्त विनोद नेहरा के निर्देशों पर सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। टीम में निगम कर्मचारियों के सा‌थ होमगार्ड के जवान भी श‌ामिल किए गए थे। इस दौरान ‌इस टीम ने झंडा चौक के पास से एक महिला व पुरुष और दो लोगों को बुड़िया से रेहड़ी वालों व दुकानदारों की पर्ची काटते हुए काबू किया था। तब वहां पर एक पुलिसकर्मी वर्दी में पहुंचा था। यहां उनके दस्तावेजों की जांच की गई थी। जांच में पता चला था कि वे खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षण एवं खाद्य सुरक्षा प्रमाणिकता अधिनियम अर्थात एफएसएसएआई एक्ट के तहत रेहड़ी वालों को प्रशिक्षण दे रहे थे। लेकिन इस कार्य के लिए उन्होंने निगम की अनुमति नहीं ली थी। उन्हें हिदायत दी गई कि वह रेहड़ी वालों को कोई भी प्रशिक्षण निगम की अनुमति के बिना नहीं दे सकते। इसके बाद पकड़े गए रवि कुमार ने सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज के खिलाफ थाना शहर जगाधरी पुलिस को शिकायत दी थी। जिसमें उसने सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज पर जाति सूचक शब्द बोलने, मारपीट करने, घंटों नीचे बिठाकर रखने, दस्तावेजों को फाड़कर फेंक ने के आरोप लगाए थे। ‌रवि की शिकायत पर शहर जगाधरी पुलिस ने 31 मार्च को सेनेटरी इंस्पेक्टर अमित कांबोज पर जातिसूचक शब्द बोलने, अभद्रता करने, मारपीट व अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था।

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