सोनीपत: मारूति सुजूकी ने तय कर लिया है कि हरियाणा के सोनीपत के अपने प्लांट में कितनी कारें बनानी है और इस प्लांट के निर्माण पर कितना बजट निर्धारित किया गया है। सोनीपत में बनने वाला मारूति कंपनी का यह प्लांट सबसे बड़ा प्रोडेक्शन प्लांट होगा। बताया गया है कि इस प्लांट का निर्माण आने वाले कुछ दिनों में शुरू किया जाना है और आने वाले तीन सालों के भीतर सोनीपत से कारों का निर्माण भी शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि फिलहाल तक मारूति अपने गुरूग्राम और मानेसर स्थित प्लांटों पर ही निर्भर है, मगर वहां से उम्मीद अनुसार उत्पादन नहीं हो पा रहा है। इसलिए मारूति जल्द से जल्द सोनीपत के 900 एकड़ में बनने वाले अपने प्लांट को शुरू करने की उम्मीद लगाए हुए है। कंपनी अपने इस प्लांट के निर्माण पर करीब 18000 हजार करोड़ रुपए खर्च करने का बजट बना चुकी है।
कंपनी अपने इस प्लांट को सबसे बड़ा प्रोडेक्शन हाऊस बनाने जा रही है। बता दें कि राज्य सरकार ने सोनीपत के खरखौदा में मारूति को अपना सबसे बड़ा प्लांट लगाने के लिए 900 एकड़ जमीन का आवंटन कर दिया है। जिस पर जल्द ही मारूति निर्माण कार्य आंरभ करने जा रही है। कंपनी की योजना है कि आने वाले तीन सालों के भीतर इस नए प्लांट से उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। यानि कि साल 2025 में मारूति का यह प्लांट पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। संभावना है कि इस प्लांट के बनने से हरियाणा के युवाओं को काफी बड़े स्तर पर रोजगार भी हासिल होगा। बताया गया है कि मारूति इस प्लांट में पहली एसेंबली लाईन शुरू करने की योजना भी तैयार कर चुकी है
सोनीपत के इस प्लांट से मारूति ने दस लाख कारों के निर्माण का लक्ष्य तय किया है। कंपनी के पास सोनीपत में पर्याप्त जमीन है, जहां वह अपनी चौथी एसेंबली लाईन को आसानी से शुरू कर सकती है, जबकि गुरूग्राम व मानेसर में पर्याप्त जगह ना होने की वजह से कंपनी इन दोनों प्लांटों में चौथी लाईन शुरू नहीं कर पा रही थी। गुरूग्राम में तो जिस तेजी से मारूति के प्लांट के चारों ओर रिहायश बढ़ती जा रही है, उससे कंपनी खासी परेशान है और लगातार लगने वाले जाम की वजह से गुरूग्राम प्लांट पर गैरजरूरी प्रेशर बढ़ता जा रहा है। जिससे कंपनी का उत्पादन भी प्रभावित होने लगा है। अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद मारूति गुरूग्राम और मानेसर प्लांट से पंद्रह लाख यूनिट का उत्पादन कर पा रही है। मगर अब कंपनी ने गुरूग्राम प्लांट का स्थान सोनीपत को देने का निर्णय लिया है। बता दें कि गुरूग्राम में मारूति ने अपना सबसे पहला प्लांट साल 1983 में लगाया था, जहां से मारूति 800 का निर्माण आंरभ किया गया था। इस कार ने भारत के बाजार में क्रांति ला दी थी और मारूति को स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया था।