देश में सोने का आयात बढ़ गया है और इसका आंकड़ा 45 अरब डॉलर पर आ गया है. ये आंकड़ा चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीने का है और पूरे वित्त वर्ष का आंकड़ा काफी ज्यादा पहुंचने का अनुमान है.
देश का सोने का आयात चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीने (अप्रैल-फरवरी) में 73 फीसदी बढ़कर 45.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. मांग ऊंची रहने की वजह से सोने का आयात बढ़ा है. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में सोने का आयात 26.11 अरब डॉलर रहा था.
फरवरी में हालांकि घटा है आयात
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी, 2022 में बहुमूल्य धातु का आयात हालांकि 11.45 फीसदी घटकर 4.7 अरब डॉलर रह गया. चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में सोने का आयात बढ़ने से देश का व्यापार घाटा भी बढ़ा है. 2021-22 के पहले 11 महीने में व्यापार घाटा बढ़कर 176 अरब डॉलर हो गया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 89 अरब डॉलर रहा था.
रत्न और गहनों का बढ़ा निर्यात
चीन के बाद भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. सोने का आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की जरूरत को पूरा करने के लिए किया जाता है. चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने अप्रैल-दिसंबर में रत्न एवं आभूषणों का निर्यात 57.5 फीसदी बढ़कर 35.25 अरब डॉलर पर पहुंच गया.
मासिक तौर पर घटा सोने का आयात
रिजर्व बैंक के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमहीनेी में देश का चालू खाते का घाटा (कैड) 9.6 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद का 1.3 फीसदी रहा. रत्न एवं आभूषण निर्यात संवर्द्धन परिषद (जीजेईपीसी) के चेयरमैन कोलिन शाह ने कहा कि अप्रैल-फरवरी, 2022 के दौरान सोने का मासिक आयात औसतन 76.57 टन रहा है, जो सामान्य स्तर से कम है. उन्होंने बताया कि इस अवधि में सोने का आयात 842.28 टन रहा है, जो सामान्य आयात से कम है.