एक लाख वर्ग फुट तक होगा दायरा
जानकारी के मुताबिक, फ्यूचर ग्रुप के सेंट्रल जैसे बड़े स्टोर 60,000 वर्ग फुट में फैले हुए हैं। इनका दायरा अब 100,000 वर्ग फुट तक भी किया जा रहा है। रिलायंस ग्रुप अब रिलायंस मॉल जैसे अपने मौजूदा फॉर्मैट पर विचार कर रहा है। इसमें सभी फॉर्मैट का मिक्स एक डिपार्टमेंटल स्टोर भी शामिल है।
फ्यूचर ग्रुप ने दिया प्रस्ताव
इसके बदले में, फ्यूचर ग्रुप ने रिलायंस को फ्यूचर ग्रुप की फ्रेंचाइजी के रूप में सेंट्रल फॉर्मेट को संचालित करने का प्रस्ताव दिया है, ताकि ब्रांड नाम बना रहे। प्रत्येक सेंट्रल के पास 80-100 स्वतंत्र ब्रांड हैं, जो शॉप-इन-शॉप के रूप में फीस देकर ऑपरेट कर रहे हैं। रिलायंस, फ्यूचर ग्रुप के किराना स्टोर ईज़ी डे और हेरिटेज को बदलने के लिए अपने छोटे रिटेल ब्रांड जैसे सेवन इलेवन (7-11) और रिलायंस फ्रेश को रोल आउट करेगी।
कुछ फॉर्मेट बदले जाएंगे
इसी तरह कुछ वैल्यू अपैरल फॉर्मेट FBB के ट्रेंड्स में बदल दिया जाएगा, जो रिलायंस की वैल्यू फैशन चेन है। रिलायंस वर्तमान में सभी फिज़िकल एसेट्स, जैसे एयर-कंडीशनर, लाइट, फ्रीजर, बिलिंग मशीन, ट्रॉली और यहां तक कि एस्केलेटर मशीन को स्टोर लोकेशंस से हटा रहा है।
17,000 करोड़ के कर्ज में कंपनी
रिलायंस उन असेट्स को फ्यूचर ग्रुप को सौंप रहा है। ये असेट्स अब 17,000 करोड़ रुपए के कर्ज के पेमेंट के लिए बैंकों को दी जाएंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि फ्यूचर ग्रुप ने डिफॉल्ट किया है। रिलायंस पिछले एक साल से ज्यादातर बिग बाजार, ईजी डे, हेरिटेज और FBB स्टोर्स के स्टॉक के लिए पेमेंट कर रही है। कुल मिलाकर 950 आउटलेट ऐसे हैं जो अब बंद हो गए हैं और फिलहाल रिलायंस के कब्जे में हैं।
फरवरी से रिलायंस बंद कर रही है स्टोर
फरवरी के अंतिम सप्ताह से, रिलायंस ने फ्यूचर ग्रुप के सैकड़ों स्टोर बंद कर दिए हैं और किराए का पेमेंट न करने पर सब लीज की समाप्ति के लिए नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। फ्यूचर ग्रुप के जमीनों के मालिक को किराए का पेमेंट करने में असमर्थ होने के बाद पिछले साल की शुरुआत से रिलायंस इन लोकेशंस का किराएदार बन गया था। ये तब सब लीज पर थे।