दुबई, । वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रत्न-आभूषण सेक्टर को आने वाले वर्षो में कम से कम 100 अरब डालर (वर्तमान भाव पर 7.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक) का निर्यात लक्ष्य रखने को कहा है। उनका कहना था कि इस सेक्टर में निर्यात की बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने उद्योग से आग्रह किया कि बेहतरीन डिजाइन व नए मार्केटिंग तरीकों का उपयोग कर वह निर्यात का यह लक्ष्य हासिल करे। गोयल ने दुबई में इंडिया ज्वैलरी एक्सपोजिशन का भी उद्घाटन किया।
दुबई में जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) के निर्यातक सदस्यों को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि अब हमें सालाना 100 अरब डालर का निर्यात लक्ष्य हासिल करना है। उन्होंने सदस्यों को बताया कि चालू वित्त वर्ष के लिए भारत ने पिछले दिनों 400 अरब डालर के वस्तु निर्यात का जो आंकड़ा पार किया है, उसमें रत्न-आभूषण सेक्टर की करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी रही है। सरकार संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समेत दुनियाभर के अन्य सभी बाजारों के लिए निर्यातकों को हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी।
उल्लेखनीय है कि भारत ने इस वर्ष फरवरी में यूएई के साथ व्यापक आर्थिक सहयोग करार (सीईपीए) किया था, जो इस वर्ष मई से प्रभाव में आ जाएगा। निर्यातकों का कहना है कि इस करार से भारत को कपड़ा, दवाएं, रत्न-आभूषण व रसायन से संबंधित उद्योगों में निर्यात बढ़ाने के बड़े मौके मिलेंगे। जीजेईपीसी के चेयरमैन कोलिन शाह का कहना था कि इस करार से भारत को यूएई, अफ्रीका व पश्चिम एशियाई देशों में कई उत्पादों का निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।