पासपोर्ट बनवाते वक्त पुलिस वेरिफिकेशन करना बहुत जरूरी है. इस प्रोसेस के जरिए पुलिस आवेदक के बैकग्राउंड को चेक करना होता है कि उस व्यक्ति के ऊपर किसी तरह का आपराधिक केस तो दर्ज नहीं है.
लेकिन, इस काम के लिए लोगों को कई बार थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं. इसके साथ ही की बार पैसे भी देने पड़ते हैं. पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया तेज करने के लिए और इससे भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए मुंबई पुलिस ने बहुत अच्छी पहल की है. इस नई पहल के अनुसार अब पासपोर्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरी करने के लिए अब लोगों को थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. इसके बजाए थानेदार या कोई और कर्मचारी लोगों के घर जाकर पासपोर्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी करेगा.
इस तरह घर पर होगा वेरिफिकेशन-
इस मामले पर मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अब लोगों को पासपोर्ट बनवाने के लिए थाने का चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. इस प्रक्रिया में पुलिस स्टेशन का कर्मचारी पासपोर्ट आवेदक के घर पर पहुंच कर वेरिफिकेशन कर सकता है. अगर आवेदक के डॉक्यूमेंट में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उसे थाने आकर उन डॉक्यूमेंट्स में हुआ गलती को सही करना होगा.
इसलिए पुलिस वेरिफिकेशन है जरूरी-
आपको बता दें कि पासपोर्ट बनवाते वक्त पुलिस वेरिफिकेशन करना बहुत जरूरी है. इस प्रोसेस के जरिए पुलिस आवेदक के बैकग्राउंड को चेक करना होता है कि उस व्यक्ति के ऊपर किसी तरह का आपराधिक केस तो दर्ज तो नहीं है. अगर किसी व्यक्ति के ऊपर किसी तरह का आपराधिक मामला दर्ज है तो ऐसी स्थिति में पासपोर्ट जारी करना कैंसिल किया जा सकता है.