निजी स्कूलों की ओर से नॉन बोर्ड क्लास के रिजल्ट देने शुरू कर दिए गए हैं। कुछ स्कूल ऐसे हैं जो रिजल्ट जारी होने के साथ अपने यहां लगने वाली किताबों के नाम की लिस्ट भी साथ दे रहे हैं। इसमें पब्लिशर्स के नाम भी दिए गए हैं। किताबों के आगे कीमत भी लिखी है। इसमें किसी भी किताब की कीमत 200 रुपए से कम नहीं है। शिक्षा विभाग ने एनसीईआरटी की किताबें लगाने के आदेश स्कूलों को जारी किए थे। आदेशों पर जिले में अमल होते नहीं दिख रहा है। निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों को अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। डिप्टी डीईओ शिवकुमार धीमान का कहना है कि इस प्रकार का मामला फिलहाल जानकारी में नहीं आया है।
सरकार की ओर से एनसीईआरटी की किताबें लगाने के आदेश हैं। अगर कोई शिकायत विभाग के पास आएगी तो उसमें जांच की जाएगी।लिस्ट में दिए गए रेट| एक स्कूल की ओर से एलकेजी क्लास के लिए जारी लिस्ट में जो किताबों के प्राइज दिए गए हैं, उनमें एमआरपी और सेल को अलग-अलग बताया गया है। एक किताब की एमआरपी 269 तो सेल प्राइज 243 रुपए रखा है। इसी तरह दूसरी किताब जिस पर एमआरपी 325 तो सेलिंग के 292 रुपए तय किए गए हैं। अन्य किताब का रेट एमआरपी 160 तो सेल का 144, 325 वाली 292 रुपए का रेट दिया। इसी तरह 235 वाली किताब 210 में दी जानी है। 105 रेट वाली पुस्तक 95 में बेची जाएगी।
इन किताबों का सेट 1419 रुपए में बनता है, जो अभिभावकों को 1276 रुपए में दिया जाना है। इसी के साथ अन्य किताबों के लिए 2470 रुपए अभिभावकों को खर्च करने पड़ेंगे। एनसीईआरटी की किताबों के लिए अभिभावकों को 600 से 700 रुपए देने होंगे। खुलने लगी हैं दुकानें| मॉडल टाउन एरिया में एक, दो जगाधरी एरिया के बाजार में दुकानें खुली हैं। अभिभावक कपिल कुमार, राम कुमार, नरेश, अमित ने बताया कि रिजल्ट मिलने शुरू हो गए।
किताबें भी मार्केट में आनी शुरू हो गई। छोटी क्लासेज का रिजल्ट जारी कर दिया जा रहा है। रिजल्ट जारी होते ही किताबों की लिस्ट कुछ स्कूलों से मिल रही है। यही कारण है कि अब दुकान खुलने लगी है। एनसीईआरटी की किताबों का रेट कम है लेकिन इन दुकानों से निजी प्रकाशकों की किताबें महंगे दाम में लेनी पड़ रही है। शिक्षा विभाग को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।