हरियाणा के 2 बदमाश एनकाउंटर में ढेर:एक करनाल SI का बेटा, दूसरा सोनीपत में पैरोल पर बाहर था,,

हरियाणा के 2 बदमाश उत्तर प्रदेश के शामली में सोमवार देर रात हुए एनकाउंटर में ढ़ेर हो गए। इन्हें यूपी की STF टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर रात 2 बजे कार सवार बदमाशों को घेरा था। चारों हरियाणा नंबर की गाड़ी में सवार थे। तभी उन्होंने पुलिस को देखकर फायरिंग कर दी।

इस मुठभेड़ में 4 बदमाशों को मारा गया है। जिनमें सोनीपत निवासी मंजीत, करनाल निवासी सतीश, सहारनपुर निवासी अरशद के रूप में हुई है। एक बदमाश की पहचान की कोशिश जारी है। चारों बदमाश मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्य थे। हरियाणा के बदमाश मंजीत पर हत्या का केस दर्ज है। वहीं सतीश पुलिस का मुखबिर रह चुका है और सब इंस्पेक्टर का बेटा है।

मुठभेड़ के दौरान एक इंस्पेक्टर को भी पेट में 3 गोलियां लगी हैं, उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

अब हरियाणा के दोनों बदमाशों के बारे में जानिए

सतीश के पिता SI थे, क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं बदमाश सतीश सोनीपत जिले के शेखपुरा गांव का रहने वाला था। 2015 से वह करनाल के मधुबन की अशोक विहार कॉलोनी में रह रहा था। उसके पिता राज सिंह हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर थे। उनकी 2017 में बीमारी के कारण मौत हो गई थी। सतीश का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है।

सूत्रों के मुताबिक, वह पुलिस का मुखबिर था। उसने कई बार पुलिस को गौ-तस्करी और अन्य मामलों की महत्वपूर्ण जानकारियां दी थीं। सतीश के परिवार में अब उसकी मां रजवंती और 2 बहनें बची हैं। उसके भाई नरवीर का परिवार भी करनाल में ही रहता है। नरवीर की पत्नी रीना फाइनेंस कंपनी में काम करती है।

मंजीत पैरोल पर जेल से बाहर आया था मंजीत दहिया सोनीपत जिले के खरखौदा का रहने वाला है। 2021 में उस पर हत्या का केस दर्ज हुआ था। इस मामले में कोर्ट ने उसे 20 साल की सजा सुनाई थी। 5 महीने पहले वह 40 दिन की पैरोल पर जेल से आया था। इसके बाद वह वापस नहीं गया। तभी से पुलिस उसे तलाश रही थी।

पुलिस ने बदमाशों से देसी कट्‌टे और पिस्टल बरामद किए हैं।
पुलिस ने बदमाशों से देसी कट्‌टे और पिस्टल बरामद किए हैं।

40 मिनट चली मुठभेड़, 30 राउंड फायरिंग STF के मुताबिक, टीम को मुखबिर से बदमाश अरशद की लोकेशन मिली थी। इसके बाद 12 पुलिसकर्मियों की टीम ने बदमाशों की कार का पीछा किया। शामली के झिंझाना क्षेत्र में टीम ने बदमाशों की कार को ओवरटेक कर घेर लिया। बदमाश STF को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। दोनों तरफ से 30 राउंड फायरिंग हुई।

इस दौरान STF टीम को लीड कर रहे इंस्पेक्टर सुनील के पेट में तीन गोलियां लगीं। इसके बाद टीम ने फायरिंग की। 3 बदमाश कार में ही मारे गए, जबकि 1 को कुछ दूरी पर मार गिराया। इनमें अरशद एक लाख रुपए का इनामी था। पुलिस और बदमाशों में 40 मिनट तक मुठभेड़ चली।

यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को करनाल के अस्पताल में लाया गया था। डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में रेफर कर दिया।
यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुनील कुमार को करनाल के अस्पताल में लाया गया था। डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में रेफर कर दिया।

करनाल से 2 DSP गुरुग्राम गए STF घायल बदमाशों और इंस्पेक्टर को करनाल के अमृतधारा अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने चारों बदमाशों को मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर की हालत को गंभीर देखते हुए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया। सूचना मिलते ही करनाल के SP गंगा राम पूनिया तुरंत अस्पताल पहुंचे।

SP ने एम्बुलेंस के साथ पायलट गाड़ी गुरुग्राम भेजी, ताकि घायल इंस्पेक्टर को जल्दी अस्पताल ले जाया जा सके। DSP राजीव कुमार और मनोज कुमार भी साथ में गुरुग्राम गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *