तापमान बढ़ने के साथ-साथ बिजली की खपत भी बढ़ना शुरू हो गई है। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में 40-42 लाख यूनिट प्रतिदिन की खपत थी, जबकि इन दिनों बढ़कर 48-50 लाख यूनिट प्रतिदिन तक पहुंच चुकी है। आगामी दिनों में गर्मी बढ़ने की संभावना को देखते हुए बिजली की खपत और भी बढ़ेगी। अभी से बिजली कट लगने शुरू हो गए हैं। किसानों की मानें तो फसलों की सिचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। शहर में लंबे-लंबे कट पसीना छूड़ा रहे हैं। लोगों का कहना है कि शुरुआती दौर में ही ऐसे हालात हैं तो आगामी दिनों में स्थिति क्या होगी? उधर, फसलों में आगजनी की घटनाओं को देखते हुए कृषि के लिए दिन में सप्लाई बंद करने की प्लानिग है। उपभोक्ताओं का आंकड़ाबिजली वितरण निगम से मिली जानकारी के मुताबिक जिले मेंकुल तीन लाख 90 हजार उपभोक्ता हैं। इनमें दो लाख 96 हजार उपभोक्ता घरेलू, 86000 कृषि व आठ हजार उपभोक्ता कामर्शियल हैं। स्टील व प्लाइवुड उद्योग होने के कारण औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की खपत काफी है। कट लगने का असर औद्योगिक इकाइयों पर भी देखा जाता है। उत्पादन कम हो जाता है। उधर, डीजल के दामों में बढ़ोतरी के कारण बिजली पर निर्भरता अधिक हो गई है। आगामी दिनों में बढ़ेगा तापमानमौसम विभाग के विशेषज्ञों के मुताबिक आगामी दिनों में तापमान में बढ़ोतरी होगी। वीरवार को अधिकतम 39 व न्यूनतम 21, शुक्रवार को अधिकतम 39 व न्यूनतम 21, शनिवार को अधिकतम 40 व न्यूनतम 21, रविवार को अधिकतम 40 व न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
बिजली की कमी से फसलें प्रभावित किसानों के मुताबिक गन्ने की बिजाई जोरों पर चल रही है। बिजाई के बाद तुरंत पानी लगाना पड़ता है। यदि पानी उपलब्ध नहीं है गन्ने की बिजाई संभव नहीं है
किसान नेता सतपाल कौशिक ने बताया कि इन दिनों बिजली संकट पूरी तरह गहराया हुआ है। एक तो गर्मी अचानक बढ़ी है, दूसरा बिजली संकट के चलते फसलें प्रभावित हो रही हैं। दिन के समय सिचाई के लिए बिजली नहीं मिल रही है। रात को भी कट लग रहे हैं। ऐसी स्थिति में फसलों के प्रभावित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। यदि फसलों की सिचाई के लिए किसानों को दिन में बिजली नहीं दी गई तो गन्ने की पैदावार घट जाएगी।
गर्मी बढ़ने के साथ बिजली की आपूर्ति भी बढ़ी है। शेड्यूल के मुताबिक बिजली उपलब्ध करवाई जा रही है। यदि किसी एरिया में किसी तरह का फाल्ट आता है तो उसको भी समय रहते दूर करवा दिया जाता है। आगजनी की घटनाओं को देखते हुए दिन के समय ट्यूबवेलों की बिजली आपूर्ति बंद की गई है।