आपराधिक मामलों में भगोड़े घोषित 19 आरोपितों की करोड़ों रुपये की सपंत्ति अटैच

 करनाल : विभिन्न आपराधिक मामलों में आरोपितों को भगौड़ा होना अब भारी पड़ने लगा है। पुलिस ने इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब उनकी संपत्ति भी नहीं बच पाएगी। अदालत से भगोड़ा घोषित हो चुके ऐसे 19 आरोपितों की करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति अटैच की गई है, जिसमें प्लाट, घर, फैक्ट्री से लेकर खेत तक शामिल हैं। इन आरोपितों पर जिला के विभिन्न थानों में वर्ष 2002 से वर्ष 2019 के दौरान विभिन्न आपराधिक धाराओं में मामले दर्ज है। जिला में पहली बार भगोड़े आरोपितों पर पुलिस द्वारा ऐसी कार्रवाई पहली बार की गई है, जो चर्चा का विषय भी बन गई है। पुलिस पहले भी दो ऐसे आरोपितों की संपत्ति अटैच कर चुकी है, जिसके चलते उन्होंने खुद सरेंडर कर दिया था।

—————-

इन आरोपितों की संपत्ति की गई अटैच आरोपित का नाम, पता —– दर्ज मामले में धाराएं—— अटैच संपत्ति

अजीत सिंह, माडल टाउन ——— 279, 337—– फैक्ट्री

साहब सिंह, तरावड़ी————– 15 एनडीपीएस—–315 वर्ग गज जमीन

नरेंद्र, साच जिला कैथल———– आ‌र्म्स एक्ट——— 3 कनाल 2 मरले जमीन

सुरेश उर्फ पतलू, न्यू रमेश नगर—- 380, 457—— 100 वर्ग गज का मकान

काला, रसूलपुर——————- आबकारी अधिनियम——- मकान

पवन कुमार, धानो खेड़ी——138,142 एनआई एक्ट—–15 कनाल 18 मरले जमीन

प्रवीन, कारसा डोड——— 354, 509 ————–16 कनाल 18 मरले जमीन

अंकित, गौंदर————- 302,201—————- चार कनाल जमीन

वीरेंद्र उर्फ बिल्ला, प्यौंत —-354 डी, 506 ———–16 कनाल जमीन

सुच्चा सिंह, रंबा———– आबकारी अधिनियम—— 15 कनाल जमीन

सुखचैन सिंह, पक्का खेड़ा— 506, 34————- 40 कनाल 5 मरले जमीन

सावन, कानपुर कला, शामली—–379———— घर

राजू, अहमदगढ़, शामली—–379 ए————— घर

धर्मेंद्र सिंह, कानपुर कला, शामली——– 379,356— 120 वर्ग गज का मकान

रविद्र उर्फ राजू, शिव कालोनी—–420,467,468,471—– 100 वर्ग गज का मकान

दर्शन लाल, शिव कालोनी—— 457, 511——– 125 वर्ग गज का मकान

रोहताश, बाहरी—————-420,406———- 7 कनाल जमीन

मुलतान सिंह, साकरा, कैथल—- 406,420,467,468–6 एकड 1 कनाल व 12 मरले जमीन

फतेह सिंह, कुचपुरा———- 148,149,285————- 7 मरले जमीन

———————-

आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा : एसपी

एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। उक्त आरोपितों के अलावा भी दो उद्घोषित आरोपितों की संपत्ति अटैच की गई थी जिसके बाद उन्होंने समर्पण कर दिया था। जिला पुलिस अन्य ऐसे आरोपितों के खिलाफ भी कार्रवाई सुनिश्चित कर रही है, जो कानूनी प्रक्रिया से बचने के लिए फरार चल रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *