WHO ने कहा, कोरोना वायरस को लेकर कुछ “गलत सूचनाएं” फैल रही हैं, जिससे लोगों के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई है
Omicron BA.2 से दुनिया भर में अप्रत्याशित स्तर पर कोविड संक्रमण को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वायरस को लेकर कुछ “गलत सूचनाएं” फैल रही हैं, जिससे लोगों के बीच भ्रम की स्थिति बनी हुई है। एक हफ्ते पहले की तुलना में पिछले हफ्ते दुनिया भर में नए संक्रमणों में 8 फीसदी के उछाल को देखते हुए यह चेतावनी जारी की गई है।
इस हफ्ते की शुरुआत में WHO की मारिया वान केरखोव (Maria Van Kerkhove) ने कहा कि हमारे आसपास कई गलत सूचनाएं घूम रही हैं। गलत सूचना यह है कि ओमीक्रोन हल्का है। गलत सूचना यह है कि महामारी खत्म हो गई है। गलत सूचना यह है कि यह आखिरी वैरिएंट है, जिससे हमें निपटना होगा। वास्तव में इससे भारी भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है।
अभी बेहद सावधान रहने की जरूरत
यूएन न्यूज ने WHO के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम) डॉ. माइक रेयान के हवाले वायरस के अभी तक तक पूरी तरह सीजनल या प्रत्याशित पैटर्न के साथ सेटल नहीं होने का उल्लेख करते हुए कहा, “हमें अगली सर्दियों तक इंतजार करने की जरूरत है। जब मैं ब्रिटेन में मामले बढ़ते देखता हूं तो मुझे लगता है कि हमें बेहद सतर्क और इससे सावधान रहने की जरूरत है।”
एक कम्युनिटी में पहले खुद को स्थापित करता है वायरस
रेयान ने कहा, “यह कभी कभार कुछ हिस्सों में बढ़ जाएगा और चला जाएगा और फिर बढ़ जाएगा। इसके बाद फिर ऐसे क्षेत्रों में जाएगा जहां प्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है। वायरस संवेदनशील क्षेत्रों में जाएगा और ऐसे इलाकों में महीनों तक बना रहेगा, जब तक दूसरे इलाके नहीं खुल जाते हैं।”
उन्होंने कहा, “वायरस कुछ इसी तरह काम करता है। वे एक कम्युनिटी में खुद को स्थापित करते हैं और तेजी से दूसरी असुरक्षित कम्युनिटी की ओर पहुंच जाएंगे।”
8 फीसदी तक बढ़ा COVID संक्रमण
महामारी पर अपनी वीकली रिपोर्ट में WHO ने कहा कि पिछले हफ्ते कोविड-19 के 1.1 करोड़ नए मामले सामने आए जो लगभग 8 फीसदी बढ़ोतरी है और 43,000 लोगों की मौत हो गई। दुनिया भर में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या पिछले तीन हफ्तों से घट रही है।
सबसे ज्यादा बढ़ोतरी वेस्टर्न पैसिफिक और अफ्रीका में देखने को मिली थी, जहां संक्रमण क्रमशः 29 फीसदी और 12 फीसदी बढ़ गई थी। वहीं, मिडिल ईस्ट, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका में मामलों में 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। यूरोप में मामले 2 फीसदी तक बढ़ गए।