यमुनानगर
गत फरवरी को सरपंचों का कार्यकाल पूरा हो गया। विकास कार्यों की पावर पंचायत अधिकारियों को मिल गई। जिले की अलग अलग पंचायतों में विभाग को 143 कार्य करवाने थे। अभी तक मात्र 17 ही कार्य ही पूरे हो पाए। 123 कार्य ऐसे है जिनको अधिकारियों ने अभी तक शुरू भी नहीं करवाया है। लोग परेशान हैं। इसी तरह से पंचायती राज एक्सईएन द्वारा होने वाले कार्य भी अधर में लटके हुए हैं। एक्सईएन को 285 कार्य करवाने थे। अभी 106 कार्य पूरे हुए। 81 कार्य ऐसे है जिनको शुरू भी नहीं करवाया गया। विकास कार्य न होने से गांवों में दिक्कत बढ़ती जा रही है। ये कारण बता रहे हैं अधिकारी कार्य पूरे न होने के : 1 . अधिकारियों कहते हैं कि विकास कार्यों का पैसे मार्च माह में ही आया है। अधिकतर कार्यों का बजट मार्च में ही जारी हुआ है। जिस कारण कुछ कार्य शुरू नहीं हो पाए। 2. सरकार ने चार मार्च को आदेश जारी किए कि दो लाख से अधिक के कार्य अब एक्सईएन पंचायती राज के माध्यम से करवाए जाएंगे। पहले पंचायत की शक्ति 20 लाख तक के कार्य करवाने की थी। जिस कारण विकास कार्य नहीं हो पाए। क्योंकि अधिकतर कार्य दो लाख से अधिक राशि के हैं। 3. वर्ष 2017 में हाईकोर्ट से फैसला हुआ था कि पंचायत का पैसे अन्य सरकारी विभाग के पास नहीं भेजा जा सकता। दोनों आदेशों के बीच अधिकारियों में भ्रांति बनी है। जिसका प्रभाव पंचायत कार्यों पर पड़ रहा है। एक नजर इस कार्यो पर : विभाग : कुल कार्य पूरे हुए चल रहे शुरू नहीं हुए
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विकास कार्यों की अपडेट के लिए बुलाई बैठक : गोयल
खंड जगाधरी पंचायत एसोसिएशन के संयोजक रहे गांव फतेहपुर के निवर्तमान सरपंच छोटू राम ने कहा कि ग्राम पंचायतें नहीं होने से विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। सरकार को जल्द चुनाव कराने चाहिए। चुनाव होने तक विकास कार्यों को गति देने लिए अधिकारियों को योजना बनानी चाहिए। ===
आठ अप्रैल को सभी बीडीपीओ की बैठक बुलाई है। सभी से विकास कार्यों का अपडेट लिया जाएगा। कार्य में देरी का कारण पूछा जाएगा। हमारा प्रयास है कि जिन कार्य का प्रस्ताव पास है। वह जल्द से जरूर पूरे होने चाहिए।
शंकर दयाल गोयल,डीडीपी