डेवलपमेंट चार्ज के लिए स्कूल ने रोका परिणाम, अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
जिला शिक्षा अधिकारी ने सुबह ही जारी कर दिया परिणाम न रोकने के बारे में आदेश पत्र, स्कूल ने आदेश किया दरकिनार,
-करीब चार घंटे तक चला हंगामा, स्कूल में ही डटने की दी चेतावनी के बाद स्कूल ने जारी किया परिणाम
संवाद न्यूज एजेंसी
यमुनानगर। वार्षिक शुल्क और डेवलपमेंट चार्ज न भरने पर मुकंद लाल पब्लिक स्कूल के संचालक ने विद्यार्थियों का वार्षिक परिणाम रोक दिया। इससे नाराज अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर विरोध जताया। हंगामा उस समय और अधिक बढ़ गया, जब सुबह दस बजे स्कूल में पहुंचे अभिभावकों से बात करने साढ़े 12 बजे तक कोई नहीं आया। हालांकि सुबह ही जिला शिक्षा अधिकारियों की ओर से डेवलपमेंट चार्ज व वार्षिक शुल्क के लिए परिणाम न रोकने बारे में आदेश पत्र जारी किया था। स्कूल ने पत्र न मिलने की बात कहकर विद्यार्थियों का परिणाम रोक लिया। जबकि यह पत्र स्कूल प्रबंधकों सहित सोशल मीडिया तक सुबह ही वायरल हो गया था। बावजूद इसके स्कूल ने परिणाम रोक दिया, जिससे गंभीर स्थिति बन गई। इसके बाद जब अभिभावकों ने रिजल्ट जारी होने तक स्कूल से न जाने की चेतावनी दी, तो करीब एक घंटे बाद स्कूल ने परिणाम जारी कर दिया।
यहां अभिभावकों और निदेशक शशि बाटला में तीखी बहस हुई। पहले निदेशक ने मंगलवार पर बात टालते हुए अभिभावकों को चले जाने को कहा, लेकिन अभिभावकों के वहीं डटे रहने के बाद परिणाम जारी करना पड़ा। सरोजनी कॉलोनी स्थित एमएल पब्लिक स्कूल की ओर से विद्यार्थियों का परिणाम डेवलपमेंट चार्ज के लिए रोक दिया गया। जिस पर सोमवार को पेरेंट्स एसोसिएशन की अगुवाई में अभिभावक स्कूल प्रबंधन समिति सदस्यों से बात करने पहुंचे परंतु स्कूल की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया। अभिभावक सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक स्कूल में ही डटे रहे। अभिभावकों ने डेवलपमेंट चार्ज का विरोध किया, जिस पर निदेशक ने प्रबंधन समिति से चर्चा कर निर्णय करने की बात कही है। इस दौरान साहिब सिंह गुर्जर, नयन कमल, सुमित मित्तल, विपिन गुप्ता, शिवानी, पूनम, ज्योति, बलराम गुप्ता, विजय धीमान, कपिल, संदीप गांधी, कपिल आनंद, अविनाश सहित अन्य उपस्थित रहे।
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जीरो बैलेंस की रसीद पर पेन से लिख रहे चार्ज
जिला शिक्षा अधिकारी की ओर से शुल्क के लिए किसी विद्यार्थी का परिणाम न रोके जाने पत्र जारी किया है। वहीं नियमानुसार स्कूलों के पास परिणाम रोकने का कोई अधिकार भी नहीं है। परंतु एमएल पब्लिक स्कूल पर अभिभावकों ने जबरन चार्ज वसूलने का आरोप लगाया है। पूरी फीस जमा करने पर स्कूल की ओर से शून्य बकाया की कम्यूटराइज्ड रसीद दी जा रही है। परंतु इस रसीद पर 4100 रुपये डेवलपमेंट चार्ज बकाया पेन से लिखा जा रहा है। अभिभावक हरप्रीत सिंह ने बताया कि इसके लिए स्कूल प्रबंधन पेरेंट्स पर दबाव बना रहा है।
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नहीं लिया सुविधाओं का लाभ
यहां पेरेंट्स एसोसिएशन सदस्य अधिवक्ता साहिब सिंह ने कहा कि स्कूल मनमानी तरीके से वसूली कर रहा है। वर्ष 2021 में भी लगभग पूरा साल स्कूल बंद रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों ने स्कूल की किसी वस्तु व सुविधा का इस्तेमाल नहीं किया। ऐसे में डेवलपमेंट चार्ज नहीं लिया जाना चाहिए। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि पढ़ने वाले भवन में ही नहीं आ रहे तो विकास शुल्क किन चीजों पर खर्च किया गया है। स्कूल नियमों को ताक पर रखकर अभिभावकों से वसूली कर रहा है। जिसका विरोध किया जाएगा।
देना होगा डेवलपमेंट चार्ज
इस बारे एमएल पब्लिक स्कूल की निदेशक शशि बाटला ने कहा कि स्कूल की ओर से किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जा रहा है। नियमानुसार जो बनता है, उसी के लिए अभिभावकों को कहा गया है। उन्होंने कहा कि स्कूल ने जो डेवलपमेंट किए हैं, उनका चार्ज लिया जा रहा है। यह सभी फार्म छह के तहत लिया जा रहा है। वहीं शशि बाटला ने पेन से बकाया राशि लिखे जाने को लेकर अनभिज्ञता जताई और इसे तकनीकी खराबी बताया।
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कोई स्कूल फीस व डेवलपमेंट चार्ज के लिए परिणाम नहीं रोक सकता है। एमएल पब्लिक स्कूल द्वारा ऐसा करने का पता चला था। जिस पर कार्यालय की ओर से पत्र जारी कर आदेश दिए गए हैं। आदेशों के बाद स्कूल ने परिणाम जारी कर दिया गया है। फार्म छह में घोषित शुल्क ही स्कूल ले सकते हैं। यदि कोई नियमों के विरूद्ध जाता है तो अभिभावक इसकी शिकायत डीईओ कार्यालय में दे सकते हैं। जिस पर कार्रवाई की जाएगी।देखें पूरा वीडियो।
https://youtu.be/QK5VTxZ263o