हरियाणा के भिवानी में तैनात सिंचाई विभाग के एक्सईएन जितेंद्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया। इसे लेकर शुक्रवार को विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अनुराग अग्रवाल ने ऑर्डर जारी किए। ऑर्डर में कहा गया है कि जितेंद्र सिंह पर उच्च अधिकारियों के आदेशों को न मानने पर कार्रवाई की गई है। उन्हें पंचकूला स्थित विभाग के हेडक्वार्टर में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक नाले के निर्माण कार्य में लापरवाही सामने आई थी। मामला सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी के संज्ञान में भी लाया गया था। चर्चा है कि इसी मामले में एक्सईएन जितेंद्र सिंह के खिलाफ एक्शन लिया गया है।
एक्सईएन के सस्पेंशन ऑर्डर

SE बोले- अभी ऑर्डर नहीं मिले भिवानी जिला के सिंचाई विभाग के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर (SE) प्रदीप यादव ने बताया कि विभाग के एक्सईएन जितेंद्र को सस्पेंड किए जाने के ऑर्डर की कॉपी अभी तक नहीं मिली है। यह कॉपी सोमवार तक उनके पास पहुंचने की संभावना है। अभी उनके सस्पेंड करने के कारण स्पष्ट नहीं है। हालांकि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह उच्च अधिकारियों के आदेशों की पालना न करने से जुड़ा मामला बताया जा रहा है।

मंत्री ने 5 अधिकारियों को सस्पेंड किया था इससे पहले 2 जनवरी को विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्णलाल पंवार ने अपनी इसराना विधानसभा में सार्वजनिक स्थानों पर लोहे के बेंच, हैंडपंप और वाटर कूलर में किए घोटाले में BDPO समेत 5 अधिकारियों को सस्पेंड किए थे। इनमें लेखाकार, सहायक और 2 JE (कनिष्ठ अभियंता) शामिल थे।
ब्लॉक समिति इसराना के चेयरमैन हरपाल मलिक ने मंत्री को शिकायत देकर कहा था कि विभाग के BDPO सहित उक्त कर्मचारियों ने विकास कार्यों में अनियमितताएं बरती हैं। उनके संज्ञान में यह मामला आने पर इसकी जांच कराई गई। जांच में पता चला कि सार्वजनिक स्थानों पर लगने वाले लाखों के लोहे के बेंच, आमजन को पीने का पानी मुहैया करने के लिए लगने वाले हैंडपंप और वाटर कूलर लगाने में अनियमितता पाई गई हैं। यह करीब 3 से 4 करोड़ रुपए का घोटाला हो सकता है।