किसान-मजदूर संगठन का प्रदर्शन:गैंगरेप केस में ​​​​​​​बडौली-रॉकी मित्तल को गिरफ्तार करने की मांग; आंदोलन तेज करने की मांग

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली और हरियाणवी गायक रॉकी मित्तल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आज करनाल में लोग सड़कों पर उतर आए। सीटू, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन, किसान सभा, दलित अधिकार मंच, रिटायर्ड कर्मचारी संघ और सर्व कर्मचारी संघ के नेतृत्व में विशाल विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया।

प्रदर्शनकारियों ने कर्ण पार्क में एकत्रित होकर नारेबाजी शुरू की और वहां से जुलूस की शक्ल में कमेटी चौक तक मार्च किया। सीटू के जिला प्रधान सतपाल सैनी, बलराज, कामरेड जगमाल सिंह, और ओपी सिहमार की अध्यक्षता में प्रदर्शन ने जोरदार नारेबाजी के साथ भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रकट किया।

डेढ़ माह पहले हो चुकी एफआईआर

सीटू के राज्य महासचिव जय भगवान, जगपाल राणा, सेवा राम और अन्य नेताओं ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के कसौली में एक युवती के साथ हुए गैंगरेप मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली और गायक रॉकी मित्तल के खिलाफ डेढ़ महीने पहले एफआईआर दर्ज की गई थी। बावजूद इसके, आज तक दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई और ना ही पार्टी ने उन्हें निष्कासित किया।

करनाल में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते संगठनों के सदस्य।
करनाल में सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते संगठनों के सदस्य।

भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप

प्रदर्शन कर रहे संगठनों के नेताओं ने कहा कि जैसे ही मामला मीडिया में आया, भाजपा ने मीडिया ट्रायल का सहारा लिया। गवाह से इंटरव्यू दिलवाकर मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। जबकि कानूनन उचित कार्रवाई होनी चाहिए थी।

उन्होंने आरोप लगाया कि यह मामला महिलाओं की सुरक्षा के दावों पर भाजपा सरकार की नाकामी का जीता-जागता उदाहरण है। नेताओं ने कहा कि संदीप सिंह और बृजभूषण शरण सिंह जैसे मामलों में भी महिलाओं को लांछित किया गया। भाजपा के राज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में न्याय की उम्मीद धूमिल हो रही है।

मांगे पूरी होने तक संघर्ष जारी

प्रदर्शनकारी संगठनों ने मांग की है कि बड़ौली और मित्तल की तुरंत गिरफ्तारी हो, मामले की न्यायिक जांच करवाई जाए, और पीड़िता को सुरक्षा प्रदान की जाए। जब तक आरोपी निर्दोष साबित नहीं होते, उन्हें जेल में ही रखा जाए।

प्रदर्शनकारी नेताओं का कहना है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा पर सरकार की निष्क्रियता और दोहरे मापदंडों को लेकर जनता का आक्रोश चरम पर है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *